जिले के मतदाताओं को जागरूक करने निकाली गई विशाल रैली: कलेक्टर ने दिलाई शपथ झमाझम बारिश भी नहीं रोक पाई उत्साही युवक-युवतियों व नागरिकों का कारवां
जिले के मतदाताओं को जागरूक करने निकाली गई विशाल रैली: कलेक्टर ने दिलाई शपथ
झमाझम बारिश भी नहीं रोक पाई उत्साही युवक-युवतियों व नागरिकों का कारवां
निर्वाचन आयोग के निर्देश पर से मतदाता सूची का आज से विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम शुरू
सारंगढ़-बिलाईगढ़ – (शब्द पावर ) भारत निर्वाचन आयोग और छत्तीसगढ़ मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रायपुर के निर्देशानुसार आज से मतदाता सूची का विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम का आगाज हुआ जो माहांत यानी 31 अगस्त तक चलेगा। इसी क्रम में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. फरिहा आलम सिद्दीकी के नेतृत्व में मतदाता जागरूकता रैली का वृहत् आयोजन किया गया, जिसमें सभी वर्ग के युवक-युवती, विद्यार्थी, सफाई कर्मी, एनसीसी कैडेट्स, वरिष्ठ एवं गणमान्य नागरिक, अधिकारी-कर्मचारी सहित विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। इस दौरान कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने रैली में शामिल सभी लोगों को अनिवार्य रूप से शत-प्रतिशत मतदान करने और मतदाताओं को जागरूक करने की शपथ भी दिलाई।
आज सुबह 8.00 बजे से आयोजित रैली स्थानीय गढ़ चौक (स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय के समीप) से मुख्य मार्ग होते हुए कलेक्टोरेट चौक पर समाप्त हुई। इस दौरान काफी तेज बारिश भी हो रही थी। रैली में शामिल उत्साही लोगों का कारवां बारिश भी नहीं रोक पाई। कलेक्टर की अगुवाई में सैकड़ों की संख्या में युवक-युवती, स्कूल एवं कॉलेज के विद्यार्थी हाथों में मतदाता जागरूकता के स्लोगन वाली तख्ती लेकर पूरे जोश के साथ रास्ते भर नारे लगाते
रहे। विशाल रैली कलेक्टोरेट चौक पर समाप्त हुई जहां पर जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. सिद्दीकी ने नगरवासियों को संबोधित करते हुए आज से प्रारम्भ हो रहे मतदाता सूची का विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम की संक्षिप्त जानकारी दी और निर्वाचन आयोग की मंशा से अवगत कराया। तदुपरांत उन्होंने मौजूद सभी लोगों को मतदाता जागरूकता की शपथ दिलाई और प्रत्येक वोट के महत्व पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर एसडीएम सारंगढ़ श्रीमती मोनिका वर्मा, संयुक्त कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री प्रकाश भारद्वाज सहित जिला स्तर के अधिकारी-कर्मचारी, चेम्बर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधि, स्वामी आत्मानंद विद्यालय व विभिन्न विद्यालयों, महाविद्यालयों के विद्यार्थी एवं शिक्षक, सफाई कर्मी तथा स्थानीय नागरिक मौजूद थे।