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हाथियों का दल पहुंचा हरदी जंगल , दो माह में तीसरी बार आया हाथियों का दल

।। हाथियों ने फिर दी हरदी जंगलों में दस्तक ।।

दो माह में तीसरी बार हाथियों का दल पहुंचा हरदी।।

।। हाथियों के आने से हरदी के किसान चिंतित।
हाथियों ने की किसानों की कई एकड़ खेतों में फसलों को नुकसान।।
हाथियों का दल हरदी गांव पहुंचा तड़के सुबह।।
हाथियों की संख्या लगभग 18,से 24, होगी।

सरसीवां — नवगठित जिला सारंगढ़ बिलाईगढ के अंतर्गत आने वाले और वन परिक्षेत्र बिलाईगढ के वन परिक्षेत्र कक्ष क्रमांक 457, हरदी में बुधवार तड़के सुबह 4,बजे आसपास गजाईभवना के जगलो से चलते हुए किसानों के बोये फसलों को नुकसान पहुचाते हरदी गांव के तालाबों में पानी पीने 18,से 24, हाथियों का दल पहुंच गये थे । हाथियों के सुबह- सुबह मार्निंग वाक  जाने वाले लोगों ने हाथियों की आने और हाथियों के चिंघाड़ को सुन कर दूर रह कर हाथियों पर अपनी नज़र बनाए हुए थे जबकि सरसीवां सरायपाली रोडो में हमेशा चार पहिया वाहनों का आना जाना होता है ।तालाब पास हाथियों को गाड़ियों के लाइट से ड्राइवर  देख रहे थे। सरसीवां सरायपाली मुख्य मार्ग के रोड किनारे बसा हरदी जहां हाथियों ने रोड क्रॉस कर पास के तालाब पर पानी पीया फिर वापस खेतों में लगे धान के ,फसलों को नुकसान पहुंचाते हरदी के जंगलों के ऊपर चलें गये ।।
हरदी गांव में फिर से हाथियों के आने की खबर से किसान चिंतित हो गये है । जबकि विगत दो महीनों में हाथियों का दल तीसरी बार हरदी गांव के जंगल आया है । बुधवार सुबह हाथियों का दल गजाईभवना के जंगल के रास्ते हरदी गांव पहुंच कर किसानों के खेतों में लगे कई एकड़ फसलों को चौपट कर गये। हाथियों द्वारा बाडियो में लगे सीमेंट पोल के खम्भे और किसानों द्वारा गोल घेरे तार को भी नुकसान पहुंचाया । किसान हाथियों के आने से बहुत ही ज्यादा चिंतित हैं । हरदी जंगल पहुंचे हाथियों की संख्या लगभग 18,से 24,होगी।। हाथियों के दलों ने बहुत सारे किसानों के खेतों के फसलों को रौंदते हुए तहस नहस कर दिया।। हाथियों के द्वारा खेतों में लगे फसलों को नुकसान किये हुए खेतों को देखा जा सकता है ।हरदी गांव के किसान फुलेसर साहू

ने अपना दर्द बयां करते बताया कि मेरा खेत सड़क किनारे लगा है जहां हाथियों का आने जाने का रास्ता बन गया है ।आये हाथियों के दलों ने एक एकड़ खेत में लगे धान फसलों को नुकसान पहुंचाया है किसान फुलेसर ने बताया कि हाथियों का बार बार आने से किसानो के फसलों को बर्बाद किया जा रहा है । जबकि हम किसान  धान  बोआई मेहनत मजदूरी कर फसलों को तैयार करते हैं ।और फसलों को पकने का इंतजार करते हैं ।। लेकिन इस साल हाथियों के आये दलों ने खेतों को जबरदस्त नुक़सान पहुंचाया है ।।लगता है आये दिन इन हाथियों के दलों को हरदी जंगल खुब पसंद आ रहा होगा तभी तो विगत दो महीनों में तीसरी बार हरदी जंगल में  दस्तक दे डाले । हाथियों को लग रहा है कि विचरण करने का क्षेत्र हरदी जंगल सेफ होगा । जहां इस जंगलों में हाथियों को मनपसंद खाना मिलता होगा।
वहीं हरदी गांव के किसानों में रेशमलाल गुप्ता, संतोष बारीक,मोहन प्रधान ,

ने बताया कि गजाईभवना भडिसार भकुर्रा के जंगलों से हाथियों का दल फिर एक बार हरदी गांव पहुंच कर किसानो के खेतों में लगे धान के फसलों और बाडिंयो को नुकसान पहुंचा रहे हैं ।हम किसान बहुत ही चिंतित हो गये है ।।इस बार खेतों में लगे फसलों को हाथियों द्वारा नुकसान पहुंचाने में कोई कमी नहीं कर रहे हैं ।हर एक दो माह में हाथियों के आने से हरदी गांव के आसपास क्षेत्र के गांवों के लोग दहशत में हैं किसान खेत नहीं जा रहे हैं मजदूर लोग खेतों में काम पर जाने मना कर रहे हैं । आये हाथियों से किसानों और मजदूरों में खौफ बना हुआ है।।वहीं हाथी आने की सूचना पे वन विभाग के कर्मचारी हरकत आ कर हरदी गांव पहुंच हाथियों पर अपनी नजर बनाए हुए थे ।। हरदी जंगल में आये हाथियों के बारे में वन विभाग के डिप्टी रेंजर विभीषण पटेल गाताडीह से जानकारी लेने पर बतलाऐ कि कक्ष क्रमांक 457 हरदी वन परिक्षेत्र में 18,से 24, की संख्या में हाथियों का दल गजाईभवना के जंगलों से खेतों के रास्ते हरदी गांव से होते जंगल के तरफ गये ।और किसानों के फसलों को नुकसान हुआ है । हाथियों द्वारा नुकसान किये हुए फसलों का आकलन किया पटवारी और वन विभाग द्वारा पंचनामा रिपोर्ट तैयार किया जायेगा ।जिन जिन किसानों के फसलों का नुकसान हुआ होगा उन किसानों को मुवायजे की राशि शासन के तरफ से

मिलेगी।।आगे डिप्टी रेंजर विभीषण पटेल ने बताया कि जैसे ही हाथियों की आने की सूचना मिली कि हमारे सहयोगी वन कर्मियों ने आये हुए हाथियों पर पैनी नजर बनाए हुए हैं और हाथियों के गतिविधियों के बारे जानकारी रखें हुए हैं।जंगल के आसपास बसे गांवों में कोटवारों के माध्यम से मुनादी करवाया जा रहा है डिप्टी रेंजर पटेल ने बताया कि आये हाथियों की संख्या लगभग 18,से 24, के आसपास होगी और हरदी के ऊपरी भाग के जंगलों में डेरा जमाएं हुऐ हैं।। हरदी आसपास के किसान चिंतित हैं इन हाथियों की समस्या का हल वन विभाग वालों को निकलना चाहिए ताकि किसानों के खेतों के फसले हाथियों से नुकसान न हो ।

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