संतान के लंबी उम्र के लिए महिलाएं रखती है कमर छठ की व्रत
संतान की लंबी उम्र के लिए महिलाएं रखती है कमर छठ की व्रत
प्रहलाद साहू / शब्द पावर
धोबनी – छत्तीसगढ़ में कमर छठ पर्व का बड़ा ही महत्व है माताएं इस दिन संतान के स्वास्थ्य खुशाली एवं दीर्घायु की कामना करने के लिए व्रत रखते हैं। पर्व के अवसर पर मंदिर व घर आंगन में मिट्टी खोदकर सगरी ( तालाब ) बनाया जाता है। इसमें पानी डालकर फूल पत्तियों से सजाए जाते है। इसके बाद भगवान शिव परिवार की स्थापना विधि -विधान से कर पूजा अर्चना की जाती है।कमर छठ व्रत में तालाब में पैदा हुए खाद्य पदार्थ अथवा बगैर जोते हुए खाद्य पदार्थ खाए जाते हैं। इसलिए इस दिन बिना हल चलाए वस्तुओं का ही महत्व होता है , महिलाएं पूजा के बाद पसहर चावल जिसे लाल भात कहते हैं। और छह प्रकार की भाजी का सेवन करती है। इस दिन सिर्फ भैंस के दूध और दही का ही सेवन किया जाता है। संतान की लंबी उम्र के लिए छत्तीसगढ़ में आदिकाल से ये त्यौहार मनाया जा रहा है। वहीं धोबनी में महिलाओं द्वारा अपने संतान के लंबी उम्र के लिए कमरछठ के व्रत रखे हुऎ थे औऱ विधि विधान से भगवान शिव के पूजा अर्चना किये।