राज्यपाल एवं राष्ट्रपति पुरस्कृत शिक्षकों की बैठक सम्पन्न
राज्यपाल एवं राष्ट्रपति पुरस्कृत शिक्षकों की बैठक सम्पन्न
रायपुर – राज्यपाल एवं राष्ट्रपति से पुरस्कृत छत्तीसगढ़ राज्य के शिक्षकों की दो सूत्रीय मांगों को लेकर बैठक शंकर नगर रायपुर के संकल्प भवन में रविवार को अवार्डी फोरम के सानिध्य में आयोजित हुई। बैठक की शुरुआत श्रीमती अनिता धनेश्वर के द्वारा माँ वीणा वादिनी की वंदना व सामूहिक राज्यगीत के साथ प्रारम्भ किया गया। सभी अवार्डी अपना गरिमामयी परिचय देते गए जिससे पूरे प्रदेश भर से आये अवार्डी शिक्षकों ने एक दूसरे से परिचित हुए।
कार्यक्रम की संचालन राज्य एवं राष्ट्रीय अवार्डी फोरम के प्रदेश सचिव विष्णु शर्मा ने किया। उन्होंने फोरम के उद्देश्य को बताते हुए कहा कि हमारा फोरम राष्ट्रहित, समाज हित, छात्र हित के साथ शिक्षकों के हित के लिये कार्य करने को बनी है। हम अपने कार्यों से अपने विभाग की विशिष्टता को कैसे सामने लाएं ,ये विचारणीय तथ्य है। श्री शर्मा ने आगे बताया कि राज्यपाल व राष्ट्रपति से पुरस्कृत
शिक्षकों की बहुप्रतीक्षित दो सूत्रीय मांग है । जिसमें पुरस्कृत शिक्षकों को आउट ऑफ टर्न (पारी बाहर) पदोन्नति प्रदान किया जावे एवम सेवानिवृत्ति में पुरस्कृत शिक्षकों को तीन वर्ष की बढ़ोतरी किया जावे। इन दोनों मांगों पर राज्य शासन को आर्थिक बोझ नही पड़ेगा।बल्कि हमारे राज्य के जुझारु संघर्षशील शिक्षक शिक्षिकाएं अपनी नवाचारी सोच व उत्कृष्ट सेवाभाव से छत्तीसगढ़ महतारी की पहचान की अलख जगायेंगे। बैठक उपरांत 6 अगस्त को ही माननीय शिक्षा मंत्री रविंद्र चौबे के निवास में दो सूत्रीय मांगों के बारे में बताया गया व संघ की लेटर पेड में ज्ञापन भी सौंपा गया। जिस पर मंत्री जी ने मंत्रालय में आकर चर्चा करने की बात कही। फोरम के प्रदेश उपाध्यक्ष मोहन जायसवाल ने फोरम के बायलॉज व फ़र्म एंड सोसायटी की महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए बताया कि पदाधिकारियों की कार्यकाल 3 वर्ष की होती है, साथ ही फ़र्म सोसायटी में प्रति वर्ष सदस्यों की जानकारी व आय व्यय की सम्पूर्ण जानकारी दी जाती है। प्रदेश अध्यक्ष अशोक गिरी गोस्वामी ने फोरम की एकजुटता बनाये रखते हुए अपनी दो सूत्रीय मांगों पर आगामी दिनों में फोकस किया जाएगा। जिसके लिए मंत्रियों सहित अधिकारियों से मिलकर अपनी मांगों को उन तक पहुंचाए जाएगा। सदस्यता के बारे में बताया कि साधारण सदस्य, आजीवन सदस्य व सरंक्षक सदस्य होते हैं, जिसकी शुल्क निर्धारित है। बैठक में प्रमुख रूप से चर्चा किया गया कि अपने अपने क्षेत्र के विधायक, सांसद सदस्यों से माननीय मुख्यमंत्री के नाम राज्यपाल व राष्ट्रपति पुरस्कृत शिक्षकों की दो सूत्रीय मांगों को पूरा करने के लिए समर्थन पत्र लिखने का अनुरोध किया जाएगा।
बैठक में प्रमुख रूप से महामंत्री डॉ मुन्ना लाल देवदास, कोषाध्यक्ष हितेंद्र शर्मा, उपाध्यक्ष राजेन्द्र सिन्हा, छबिराम पटेल, टीकाराम सारथी, बोधिराम, चुन्नी लाल शर्मा,श्रीमती अनिता धनेश्वर ,निगार अंजुम खान, सईद कुरेशी, बसंत यादव, श्रीमती शीला सोनी, सर्वेश सोनी, राकेश टंडन, रामकुमार वर्मा, पुष्पा मैडम,सुनीता गोस्वामी,धनेश सिन्हा, चूड़ामणि, श्रीमती प्रतिभा यादव, डॉ श्रीमती नीलांजना जैन, नेम सिंह साहू ,कामता प्रसाद सिंहा, भागचंद चतुर्वेदी,राजेन्द्र कुमार चौहान,पवन नायक, मेहतर लाल देवांगन, जानती लाल कुर्रे, घनश्याम सिंह साहू, हेमराज साहू ,गोवर्धन सिंह, गौतम कुमार शर्मा, सीमांचल त्रिपाठी, तुलेंद्र सागर, कुंज किशोर, मोहनलाल कौशिक, भेज राम वर्मा, भागवत प्रसाद चंद्राकर, श्रीमती उर्मिला श्रवण, कमल किशोर ताम्रकार, प्रदीप कुमार साहू, एवं अन्य अवार्डी उपस्थित थे। बैठक समाप्ति पर आभार प्रदर्शन डॉक्टर मुन्नदास देवदास ने किया।यह जानकारी राजेन्द्र कुमार चौहान व्याख्याता राज्यपाल पुरस्कृत जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ के द्वारा दी गयी ।