डीएवी खम्हरिया में 75 वे गणतंत्र दिवस के अवसर पर देशभक्ति प्रस्तुति
डीएवी खम्हरिया में 75 वे गणतंत्र दिवस के अवसर पर देशभक्ति पूर्ण प्रस्तुति
किसी भी देश का विकास वहां के लोकतांत्रिक व्यवस्था पर निर्भर करती है। और भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है जिसका संविधान विश्व के सारे संविधानों से सबसे बड़ा है। जिसमें लोकतंत्र के अमूल्य सूत्रों को पिरोया गया है। जिसकी एक झलक 75 में गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर डीएवी खम्हरिया (बिलाईगढ़) में देखने को मिला ।
लोकतंत्र की महानता का प्रतीक है 75वां गणतंत्र दिवस-
भारत में हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में भारत के लोगों द्वारा बेहद खुशी और उत्साह के साथ मनाया जाता है। संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य होने के महत्व को सम्मान देने के लिये इसको मनाया जाता है।इस बार गणतंत्र दिवस की थीम ‘विकसित भारत’ और भारत-लोकतंत्र की मातृका (जननी) थी। भारत कि विकासशील लोकतांत्रिक व्यवस्था को विकसित तथा और सदृण बनाने का प्रतीक है।
विद्यार्थियों ने प्रस्तुत किया महान गणतंत्र की महान प्रस्तुति-
कार्यक्रम का शुभारंभ डीएवी विद्यार्थियों , समस्त शिक्षक गणों तथा डीएवी खम्हरिया संस्था प्रमुख द्वारा भारत माता के जयकारों के साथ ध्वजारोहण से प्रारंभ हुआ । तत्पश्चात विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक नृत्य, नाटक ,भाषण, कविता संग्रह प्रस्तुत किया गया । विभिन्न सांस्कृतिक नृत्यों में भारत की संप्रभुता, वीर शहीदों के बलिदानों को प्रदर्शित करता हुआ लोक नाटक, विकास की अभिव्यक्ति को प्रदर्शित करता हुआ विशाल गढ़राज्य भारत माता की लोकतंत्र की विशेषता विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत भाषण में परिलक्षित हुआ।
डीएवी खम्हरिया ( बिलाईगढ़) प्रधानाचार्य द्वारा लोकतंत्र को नमन-
प्रभारी प्राचार्य संदीप पटेल ने अपने संबोधन में संविधान के महत्व पर प्रकाश डाला और कहा कि हम भारतीय भाग्यशाली हैं कि हमारे पास दुनिया के सबसे बड़े संविधान में से एक है। उन्होंने माता- पिता से अपने बच्चों को समझने, शिक्षकों से अच्छे रोल मॉडल बनने,छात्रों से जीवन कौशल सीखने और समाधानों का हिस्सा बनने पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया एवं 75 वे गणतंत्र दिवस के शुभकामनाएं दीये। गणतंत्र दिवस की इस शुभ अवसर पर शिक्षक मनोज रात्रे ,जयप्रकाश, सुरेश वर्मा, विश्वनाथ चंद्रा ,मनोज साहू, प्रदीप कुमार, दीपिका जायसवाल , रामेश्वर साहू, सोनिया देवांगन, अंजू सागर, लक्ष्मी केवट, आशीष कुमार, प्रेमलाल, मीना पटेल, घनश्याम साहू, एवं राजेश कुमार उपस्थित रहे।