कलेक्टर और एसपी ने सड़क दुर्घटना से नागरिकों के सुरक्षा के लिए बैठक ली
कलेक्टर और एसपी ने सड़क दुर्घटना से नागरिकों के सुरक्षा के लिए बैठक ली
सारंगढ़-बिलाईगढ़ / कलेक्टर डॉ. फरिहा आलम सिद्दीकी और पुलिस अधीक्षक श्री आशुतोष सिंह ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में सड़क दुर्घटना से नागरिकों की सुरक्षा के लिए ‘सड़क सुरक्षा’ की बैठक ली। कलेक्टर डॉ. सिद्दीकी ने बैठक में नेशनल हाईवे, लोक निर्माण विभाग और छत्तीसगढ़ राज्य सड़क विकास निगम के अधिकारियों को तिराहा, चौराहा, स्टेट और नेशनल हाईवे मोड़ और खुले पुल-पुलिया, खतरनाक मोड आदि दुर्घटनाजन्य स्थानों में भी संकेतक साइन बोर्ड लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने नेशनल हाईवे के अधिकारी से सरायपाली से रायगढ़ 90 किलोमीटर के निर्माणाधीन सड़क निर्माण के कार्य की जानकारी ली और मई तक पूर्ण करने के निर्देश दिए।
पुलिस अधीक्षक श्री आशुतोष सिंह ने बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों से कहा कि सभी स्थानों में वाहन की गति सीमा का संकेतक लगाना चाहिए ताकि आम नागरिक जागरूक होकर वाहन चालन का कार्य करें और वाहन दुर्घटना से बचें। सभी सीएमओ व्यापारियों को बाइक के साथ ग्राहकों को हेलमेट खरीदना अनिवार्य करें। ऐसा नहीं करने वाले व्यापारियों का लाइसेंस निरस्त करने की कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि स्वयं और साथी यात्रियों की सुरक्षा के लिए आम नागरिक वाहन चलाने के दौरान हेलमेट, सीट बेल्ट आदि के प्रयोग करें। हेलमेट नहीं पहनने के कारण ही दुर्घटना में अधिकांश लोगों की मृत्यु हुई है। उन्होंने अपराधों की रोकथाम के लिए नगरों में उच्च क्वालिटी का सीसीटीवी लगाने के लिए कहा। स्वास्थ्य विभाग सड़क दुर्घटना के मामलों का एफआईआर शीघ्र दर्ज कराएं ताकि पुलिस विभाग केन्द्र सरकार के वेबसाइट में इन मामलों को दर्ज कर सके।
एसपी ने कहा कि सड़क में संकेतक नहीं होने से यात्रियों को लम्बी दूरियों का सफर करके अनावश्यक परेशानियां होती है। सुप्रीम कोर्ट के गाइड लाइन के अनुसार जहां जरूरत वहां स्पीड ब्रेकर का निर्माण होना चाहिए। आरटीओ नियमानुसार टै्रक्टर ट्राली और अन्य वाहनों के किनारे में रिफलेक्टर और संकेतक होने पर ही फिटनेस प्रमाण पत्र प्रदान करें, कोताही नहीं बरते। उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारियों को कहा कि ट्रांसफार्मर और अन्य स्थानों में खुले बिजली के वायरिंग को बंद करें।
बैठक में नेशनल हाईवे के अधिकारी श्री भदौरिया ने सड़क निर्माण के दौरान आवश्यक पुलिस बल सहित अन्य सहायता के लिए अवगत कराया। उन्होंने सड़क डिजाइन और सुधार कार्य के लिए सड़क दुर्घटना की रिपोर्ट की मांग की। कलेक्टर और एसपी ने सभी सुविधा प्रदान करने की सहमति दी। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2022 में 162 सड़क दुर्घटना प्रकरण में 97 मृत, 117 घायल हुए हैं। मोटर सायकल दुर्घटना के 74 प्रकरण में बिना हेलमेट के कारण 42 लोगों की मृत्यु हुई है। ओव्हर स्पीड के प्रकरण में 21 मृत और 23 घायल हुए हैं। बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती निष्ठा पांडेय तिवारी, एएसपी श्री महेश्वर नाग, एसडीएम सारंगढ़ श्रीमती मोनिका वर्मा, एसडीएम बिलाईगढ़ डॉ. स्निग्धा तिवारी, मुख्य नगरपालिका अधिकारी सारंगढ़ श्री मनीष गायकवाड़, सीएमएचओ डॉ. एफ.आर. निराला, लोक निर्माण, नेशनल हाईवे और छत्तीसगढ़ राज्य सड़क विकास निगम के अधिकारी उपस्थित थे।